भारत की क़ानूनी तथा न्यायिक प्रणाली की कहानी ,(legal and judicial system) एक वकील की ज़ुबानी ……
भारत की क़ानूनी तथा न्यायिक प्रणाली की कहानी ,(legal and judicial system) एक वकील की ज़ुबानी …………… /or ज़िन्दगी से बढ़कर कुछ नहीं , - पिछले तीन वर्ष से अपने कार्यालय के विधि अधिकारी के हेतु मैंने भारत के न्यायिक तंत्र का एक दिलचस्प अनुभव किआ है, अपने लोकतंत्र देश में कानूनी किताबों की पढाई एवं वास्तविकता के बीच उपस्थित द्विभाजन को भली भाँती देखा है । क्या कहूं मैं, कहाँ से शुरू करूँ, मन में इतनी तसवीरें , इतनी घटनाएं याद आती हैं , सोच कर कभी अत्यंत हंसी , कभी आक्रोश, और कभी दुःख एवं सहानुभूति की भावना जगाती है । बचपन से ही अपने आस पास हो रही घटनाओं को जानने की जागरूकता, क्यूँ, क्या, कैसे, जैसे प्रश्नों का दिल में भण्डार था , जो हो रहा है उसे मात्र स्वीकर ना करना, परन्तु मन, दिल के विचारों को अभिव्यक्त करने का अडिग स्वभाव था । शायद रही कारण रहा होगा जिस वजह से मैं कॉमर्स , पत...